अल्लाह के बारे में अकीदा
Thursday, April 8, 2010
12:30 PM
Posted by
rafiq khan
पहले तमाम दुनिया जमीन व आसमान,इन्सान व जानवर वगैरह सारा जहाँ
कुछ भी नहीं था.फिर अल्लाह ने अपनी कुदरत से सबको पैदा किया.
जिसने पूरे आलम(ब्रह्माण्ड) और सारे जहाँ को पैदा किया उसी का नाम अल्लाह है.
अल्लाह एक है.कोई उसका शरीक(साथी) नहीं.वह हमेशा से है और हमेशा रहेगा.
वह किसी का मोहताज नहीं सारी दुनिया उसकी मोहताज है.
वह जिन्दा है.वह हर चीज को जानता है.सब कुछ देख रहा है.सब कुछ सुनता है.
वह सब की जिंदगी और मौत का मालिक है.जिसको जब तक चाहे जिन्दा रखे
जब चाहे मौत दे दे.वही सब को पैदा करता है वही सबको मारता है.वही सबको
रोज़ी(कमाई) देता है.वह जिसको चाहे इज्ज़त देता है जिसको चाहे जिल्लत देता है.
न अल्लाह को किसी ने पैदा किया है ना ही अल्लाह ने किसी को जना है.न उसके
बीवी है ना ही बच्चे.
वह सबका पालनहार है.सब कुछ उसके कब्ज़े में और उसके इख्तियार में है.जिसको
चाहे पस्त करदे जिसको चाहे बुलंद कर दे.जिसकी चाहे रोज़ी कम कर दे जिसकी चाहे
ज्यादा कर दे.वह इन्साफ करने वाला है.वह किसी पर जुल्म नहीं करता.वह गुनाहों को
माफ़ करने वाला है और बन्दों की दुआओं को कबूल करने वाला है.वह सब पर हुक्म
चलाता है उस पर हुक्म चलाने वाला कोई नहीं.न ही उसको उसके इरादे से रोकने वाला
है.दुनिया में जो कुछ होता है उसी के हुक्म से होता है.बगैर उसके हुक्म के एक पत्ता भी
हिल नहीं सकता.वह पूरे ब्रह्माण्ड और सारे जहाँ की हिफाज़त और उसका इंतज़ाम करता
है.न वह कभी सोता है ना ही ऊंघता है.न गाफिल होता है.
वह अपने बन्दों को ऐसे काम का हुक्म नहीं देता जो बन्दों से न हो सके.वह अपने बन्दों
के गुनाहों से नाराज़ होता है और नेकियों से खुश होता है.इसलिए उसने गुनाहगारों के लिए
दोजख(नरक) का अजाब(सज़ा) और नेकी करने वालों के लिए जन्नत(स्वर्ग) बनाई.
दुनिया की जिंदगी में अल्लाह तआला का दीदार सिर्फ पैगम्बर हजरत मुहम्मद सल्ल: ने
किया है और आखिरत में हर मोमिन को अल्लाह तआला अपना दीदार कराएगा.
अल्लाह के किसी काम को बूरा समझना या उस पर ऐतराज़ करना या नाराज़ होना ये
कुफ्र की बातें हैं इनसे बचें.अल्लाह तआला जो कुछ करता है अच्छा करता है चाहे वो हमारे
समझ में आए या ना आए.वह अपने बन्दों पर बड़ा मेहरबान और रहम करने वाला है.
कुछ भी नहीं था.फिर अल्लाह ने अपनी कुदरत से सबको पैदा किया.
जिसने पूरे आलम(ब्रह्माण्ड) और सारे जहाँ को पैदा किया उसी का नाम अल्लाह है.
अल्लाह एक है.कोई उसका शरीक(साथी) नहीं.वह हमेशा से है और हमेशा रहेगा.
वह किसी का मोहताज नहीं सारी दुनिया उसकी मोहताज है.
वह जिन्दा है.वह हर चीज को जानता है.सब कुछ देख रहा है.सब कुछ सुनता है.
वह सब की जिंदगी और मौत का मालिक है.जिसको जब तक चाहे जिन्दा रखे
जब चाहे मौत दे दे.वही सब को पैदा करता है वही सबको मारता है.वही सबको
रोज़ी(कमाई) देता है.वह जिसको चाहे इज्ज़त देता है जिसको चाहे जिल्लत देता है.
न अल्लाह को किसी ने पैदा किया है ना ही अल्लाह ने किसी को जना है.न उसके
बीवी है ना ही बच्चे.
वह सबका पालनहार है.सब कुछ उसके कब्ज़े में और उसके इख्तियार में है.जिसको
चाहे पस्त करदे जिसको चाहे बुलंद कर दे.जिसकी चाहे रोज़ी कम कर दे जिसकी चाहे
ज्यादा कर दे.वह इन्साफ करने वाला है.वह किसी पर जुल्म नहीं करता.वह गुनाहों को
माफ़ करने वाला है और बन्दों की दुआओं को कबूल करने वाला है.वह सब पर हुक्म
चलाता है उस पर हुक्म चलाने वाला कोई नहीं.न ही उसको उसके इरादे से रोकने वाला
है.दुनिया में जो कुछ होता है उसी के हुक्म से होता है.बगैर उसके हुक्म के एक पत्ता भी
हिल नहीं सकता.वह पूरे ब्रह्माण्ड और सारे जहाँ की हिफाज़त और उसका इंतज़ाम करता
है.न वह कभी सोता है ना ही ऊंघता है.न गाफिल होता है.
वह अपने बन्दों को ऐसे काम का हुक्म नहीं देता जो बन्दों से न हो सके.वह अपने बन्दों
के गुनाहों से नाराज़ होता है और नेकियों से खुश होता है.इसलिए उसने गुनाहगारों के लिए
दोजख(नरक) का अजाब(सज़ा) और नेकी करने वालों के लिए जन्नत(स्वर्ग) बनाई.
दुनिया की जिंदगी में अल्लाह तआला का दीदार सिर्फ पैगम्बर हजरत मुहम्मद सल्ल: ने
किया है और आखिरत में हर मोमिन को अल्लाह तआला अपना दीदार कराएगा.
अल्लाह के किसी काम को बूरा समझना या उस पर ऐतराज़ करना या नाराज़ होना ये
कुफ्र की बातें हैं इनसे बचें.अल्लाह तआला जो कुछ करता है अच्छा करता है चाहे वो हमारे
समझ में आए या ना आए.वह अपने बन्दों पर बड़ा मेहरबान और रहम करने वाला है.
munnaji7@gmail.com